- 273.15 डिग्री में भी Freeze नहीं होता हीलियम
अगर आप तापमान को परम शून्य यानि -273.15 डिग्री सेल्सियस या 0 डिग्री केल्विन तक कम कर दें तो हीलियम को छोड़ के सारे के सारे तत्व अपनी ठोस अवस्था में आ जाते हैं. किन्तु हीलियम अपनी तरल अवस्था में ही बना रहता है. आखिर चक्कर क्या है?
आपको इस विचार से गुमराह किया गया है कि तापमान ऊर्जा का मापक है। हालाँकि सामान्य और इससे अधिक के तापमान के लिए यह करीब-करीब ठीक है किन्तु काफी कम तापमान पर यह गलत साबित होता है.
तापमान वास्तव में एन्ट्रॉपी का एक माप है या सही शब्दों में एन्ट्रॉपी का व्युत्पन्न (derivative) है.
T=(dU/dS)v
तापमान = (ऊर्जा में परिवर्तन / एंट्रॉपी में परिवर्तन) * आद्यतन मात्रा (Volume)
बहुत कम तापमान पर, क्वांटम मैकेनिकल प्रभाव महत्वपूर्ण हो जाते हैं. और यहां तक कि परम शून्य ( -273.15 डिग्री सेल्सियस या 0 केल्विन) पर भी कणों में ऊर्जा बनी रहती है, जीरो पॉइंट मोशन के रूप में जाना जाता है।
परम शून्य ताप
हीलियम में यह जीरो पॉइंट मोशन पर्याप्त बड़ा होता हाई कि यह परमाणुओं को आपस में चिपकने से रोक सके. इसलिए हीलियम अपनी द्रव अवस्था में ही बना रहता है.
हीलियम वायुमंडलीय दबाव पर परम शुन्य तापमान पर भी फ्रीज नहीं होता, यह केवल 20 गुना या उससे अधिक वायुमंडलीय दबाव लगभर (लगभग 3.2 MPa Helium-3) पर हीलियम ठोस अवस्था में आना शुरू करता है.